दिवाली, जिसे प्रकाश पर्व के रूप में जाना जाता है, बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की विजय का उत्सव है। 2024 में, दिवाली 29 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच मनाई जाएगी। हर दिन की खास परंपराएं और रीति-रिवाज होते हैं। साथ ही, इस दिवाली अपने जीवन को नए रिश्तों से रोशन करने के लिए LagnaVaarta पर रजिस्टर करें और जीवनसाथी की तलाश शुरू करें!
दिवाली का पहला दिन धनतेरस है, जो भगवान धन्वंतरि की पूजा का दिन होता है। इस दिन सोना, चांदी और बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। साथ ही, घर की साफ-सफाई और सजावट की जाती है। यह दिन समृद्धि का प्रतीक है।
महत्व: धनतेरस पर कीमती वस्तुएं खरीदने से घर में लक्ष्मी का वास होता है। इस दिन लक्ष्मी और कुबेर की पूजा होती है।
छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी पर भगवान कृष्ण द्वारा राक्षस नरकासुर का वध किया गया था। इस दिन लोग सुबह तेल स्नान करके अपने घरों में दीप जलाते हैं और शाम को पटाखे फोड़ते हैं।
महत्व: यह दिन शरीर और आत्मा की शुद्धि का प्रतीक है।
दिवाली का मुख्य दिन 1 Nov को मनाया जाएगा। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। रात को घर-घर में दीयों की रोशनी और पटाखों की गूंज होती है।
महत्व: इस दिन भगवान राम अयोध्या लौटे थे। लक्ष्मी पूजा से धन और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
गोवर्धन पूजा का दिन भगवान कृष्ण द्वारा इंद्र देव से गांववासियों की रक्षा की कथा से जुड़ा है। इस दिन विशेष रूप से गायों की पूजा की जाती है।
महत्व: यह प्रकृति और जीवन के लिए आभार व्यक्त करने का दिन है।
दिवाली का आखिरी दिन भाई दूज का होता है, जिसमें बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और समृद्धि की कामना करती हैं।
महत्व: यह दिन भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करता है।
दिवाली नई शुरुआत और खुशियों का त्योहार है। इस वर्ष, अपने जीवनसाथी की तलाश में एक नया कदम उठाएं और LagnaVaarta Matrimony पर रजिस्टर करें। जैसा कि दीपावली प्रकाश का प्रतीक है, वैसा ही विवाह जीवन के नए अध्याय का। LagnaVaarta के माध्यम से अपने जीवन को और भी रोशन करें!
आप सभी को दिवाली 2024 की ढेर सारी शुभकामनाएँ!