नवरात्रि के पाँचवे दिन माँ दुर्गा के पाँचवे स्वरूप माँ स्कंदमाता की पूजा की जाती है। माँ स्कंदमाता को कुंद फूलों की देवी और भगवान कार्तिकेय की माता माना जाता है। वे ज्ञान, शक्ति और वैभव की प्रतीक हैं।
माँ स्कंदमाता का नाम "स्कंद" से लिया गया है, जो भगवान कार्तिकेय का नाम है। उनका स्वरूप शक्ति और मातृत्व का प्रतीक है। माँ स्कंदमाता की आराधना से भक्तों को सभी प्रकार की समृद्धि और सुख प्राप्त होता है।
माँ स्कंदमाता की पूजा से ज्ञान, शक्ति, और धन की प्राप्ति होती है। इस दिन भक्तों को मानसिक शांति और स्थिरता का अनुभव होता है।
मूल मंत्र:
"ॐ देवी स्कंदमाता नमः।"
ध्यान मंत्र:
"माँ स्कंदमाता, तुम्हारे चरणों में मेरा नमन है,
जिनके श्री चरणों की धूलि मेरे मन का कल्याण करे।"
इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
2024 में नवरात्रि का पाँचवा दिन 7 अक्टूबर को है, और पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6:11 AM से 8:26 AM तक है। इस समय में पूजा करने से भक्तों को माँ का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
नवरात्रि के पाँचवे दिन का रंग लाल होता है, जो प्रेम, शक्ति, और उत्साह का प्रतीक है। भक्त इस दिन लाल रंग के वस्त्र पहनते हैं और पूजा स्थल को लाल फूलों से सजाते हैं।