नवरात्रि के छठे दिन माँ दुर्गा के छठे स्वरूप माँ कात्यायनी की पूजा की जाती है। माँ कात्यायनी को ज्ञान, शक्ति और भक्ति की देवी माना जाता है। वे दुर्गम और संकटमोचन के रूप में जानी जाती हैं।
माँ कात्यायनी का नाम ऋषि कात्यायन के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने माँ की आराधना की थी। माँ कात्यायनी शक्ति, साहस, और विजय का प्रतीक हैं। उनकी पूजा से भक्तों को सभी प्रकार की बाधाओं और संकटों से मुक्ति मिलती है।
माँ कात्यायनी की पूजा से भक्तों को भक्ति, साहस, और विजय प्राप्त होती है। इस दिन की पूजा से मानसिक शांति और आत्मविश्वास बढ़ता है।
मूल मंत्र:
"ॐ देवी कात्यायनी नमः।"
ध्यान मंत्र:
"माँ कात्यायनी, तुम्हारे चरणों में मेरा नमन है,
जो संकट के समय मेरी रक्षा करें।"
इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को सभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति प्राप्त होती है।
2024 में नवरात्रि का छठा दिन 8 अक्टूबर को है, और पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6:12 AM से 8:27 AM तक है। इस समय में पूजा करने से भक्तों को माँ का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
नवरात्रि के छठे दिन का रंग पीला होता है, जो खुशी, ऊर्जा, और सकारात्मकता का प्रतीक है। भक्त इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनते हैं और पूजा स्थल को पीले फूलों से सजाते हैं।