नवरात्रि के दसवें दिन माँ दुर्गा की पूजा की जाती है, जो शक्ति, साहस, और विजय की प्रतीक मानी जाती हैं। इस दिन को दशहरा भी कहा जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
View Moreनवरात्रि के नवें दिन माँ दुर्गा के नवें स्वरूप माँ सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। माँ सिद्धिदात्री सभी सिद्धियों और ज्ञान की देवी मानी जाती हैं और भक्तों की सभी इच्छाओं को पूर्ण करती हैं।
View Moreनवरात्रि के आठवें दिन माँ दुर्गा के आठवें स्वरूप माँ महागौरी की पूजा की जाती है। माँ महागौरी का स्वरूप अत्यंत दिव्य और सुंदर है, और वे शुद्धता, भक्ति और ज्ञान का प्रतीक मानी जाती हैं।
View Moreनवरात्रि के सातवें दिन माँ दुर्गा के सातवें स्वरूप माँ कालरात्रि की पूजा की जाती है। माँ कालरात्रि का स्वरूप काल और अंधकार को समाप्त करने वाला होता है। वे सभी प्रकार की बुरी शक्तियों से रक्षा करने वाली देवी हैं।
View Moreनवरात्रि के छठे दिन माँ दुर्गा के छठे स्वरूप माँ कात्यायनी की पूजा की जाती है। माँ कात्यायनी को ज्ञान, शक्ति और भक्ति की देवी माना जाता है। वे दुर्गम और संकटमोचन के रूप में जानी जाती हैं।
View Moreनवरात्रि के पाँचवे दिन माँ दुर्गा के पाँचवे स्वरूप माँ स्कंदमाता की पूजा की जाती है। माँ स्कंदमाता को कुंद फूलों की देवी और भगवान कार्तिकेय की माता माना जाता है। वे ज्ञान, शक्ति और वैभव की प्रतीक हैं।
View Moreनवरात्रि के चौथे दिन माँ दुर्गा के चौथे स्वरूप माँ कुशमांडा की पूजा की जाती है। माँ कुशमांडा सृष्टि की रचनाकार हैं और उन्हें स्वास्थ्य, सुख, और समृद्धि की देवी माना जाता है।
View Moreनवरात्रि के तीसरे दिन माँ दुर्गा के तीसरे स्वरूप माँ चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। माँ चंद्रघंटा का यह स्वरूप शांति, सादगी और शक्ति का प्रतीक है। इनकी आराधना से भक्तों को मानसिक शांति और आत्म-विश्वास प्राप्त होता है।
View Moreनवरात्रि के दूसरे दिन माँ दुर्गा के दूसरे स्वरूप माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। यह रूप देवी की तपस्या और साधना का प्रतीक है, जो संयम, त्याग, और शक्ति का साक्षात् रूप मानी जाती हैं। माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा से भक्तों को जीवन में धैर्य और समर्पण की शक्ति प्राप्त होती है।
View Moreनवरात्रि का प्रथम दिन माँ दुर्गा के पहले स्वरूप माँ शैलपुत्री की पूजा के लिए समर्पित है। यह पर्वतों के राजा हिमालय की पुत्री हैं और शुद्धता, शक्ति और भक्ति का प्रतीक मानी जाती हैं। इस दिन की पूजा विशेष रूप से शक्ति और मनोबल को बढ़ाने के लिए की जाती है।
View Moreशारदीय नवरात्रि हिन्दू धर्म का एक पवित्र और महत्वपूर्ण पर्व है, जो देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के लिए समर्पित है। इस वर्ष शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर 2024 से शुरू होकर 11 अक्टूबर 2024 को समाप्त होगी। नवरात्रि के प्रत्येक दिन माता के एक अलग रूप की पूजा की जाती है। भक्तगण विशेष पूजा, व्रत और मंत्रोच्चार के माध्यम से देवी से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
View Moreगरबा, गुजरात से उत्पन्न होने वाला एक रंग-बिरंगा और ऊर्जावान नृत्य है, जो अब सीमाओं को पार कर वैश्विक स्तर पर एकता, भक्ति और उत्सव का प्रतीक बन गया है। विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान मनाए जाने वाले गरबा नृत्य में न केवल खुशी और उमंग होती है, बल्कि यह माता दुर्गा की पूजा का भी माध्यम है।
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